26 January kya hai: भारत में 26 जनवरी क्यों मनाया जाता है। 26 January Republican day of India. भारत का गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी दिन भारत का संविधान लागू हुआ था और भारत एक लोकतांत्रिक देश बना।
इस दिन पूरे देश में परेड, भाषण, विद्यालयों में मिठाइयों का वितरण एवम् सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि किया जाता है । हम सभी भारतीयों के लिए 26 जनवरी का दिन बहुत ही खास दिन है।
73-वे गणतंत्र दिवस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। आप सभी के सपने साकार हो और सभी देश वासी आपस में मिलजुलकर भाईचारे से रहे, और एक दूसरे के सहयोगी बने यही मेरी ईश्वर से प्राथना है।
बहुत से लोगों का इस तरह के सवाल है 26 जनवरी को लेकर जैसे?
ये थोड़ा अजीब सवाल लगता है लेकिन ये भी सच है दोस्तों बहुत से लोगों का सवाल है कि “26 जनवरी कब है” आप देखोगे तो बहुत से लोग google में इस तरह लिखकर search करते हैं कि “26 January kab hai” ? बहुत से लोगों को पता भी नहीं होता है।
स्वंतत्रता दिवस क्यों मनाते हैं” 15 अगस्त 1947 का इतिहास क्या है
आप सबको पता होगा कि हमारा देश एक लोकतंत्र देश है। 1947 से पहले हमारे देश पर गैर मुल्क का राज था और भारत का कोई अपना संविधान नहीं था। 1947 से पहले भारत पर विदेसी हुकुमत का राज चलता था उसके बाद (15 अगस्त 1947 को देश आजाद हुआ ) भारत आज़ाद होने के बाद भारत का अपना संविधान लिखा गया, संविधान के निर्माण में 2 वर्ष 11 माह 18 दिन का समय लगा।
26/ January 1950 को भारत मे संविधान लागू किया गया और भारत एक लोकतांत्रिक देश बना। संविधान लागू होने से सभी को एक समान जीने,रहने, पहने,कमाने, और खाने का मानवाधिकार मिला। उसी दिन को हम सब भारतीय 26 जनवरी को Republic दिन के रूप में मनाते हैं। गणतंत्र दीन के रूप में मनाते हैं।
संविधान क्या है?
भारत के संविधान की मूल प्रति हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में लिखी गई है,आज देश को दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में विश्व में सम्मान की निगाह से देखा जाता है।
आपको बात दे कि भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखत संविधान है। भारत का संविधान हमारे देश का पवित्र ग्रन्थ है क्योंकि इस ग्रन्थ से हमारा देश चलता है। इसी संविधान से हमारे देश की राज्य पालिका कार्यपालिका और न्यायपालिका चलती है। संविधान लिखने का पूरा श्रेय Dr B.R अम्बेडकर को जाता है।
आप सबको पता होगा कि 15 अगस्त को देश का pm यानी प्रधानमंत्री ध्वजारोहण करते हैं क्योंकि प्रधानमंत्री एक राजनीतिक पार्टी से चुनाव लड़कर pm बनता है इस लिए वो राजनीतिक पार्टी का वेक्ति भी माना जाता है।
वहीं 26 जनवरी को राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं क्योंकि राष्ट्रपति देश का मुखिया या राष्ट्रपति देश के प्रथम नागरिक माना जाता है।
वही राष्ट्रपति संवैधानिक प्रमुख होते है , क्योंकि 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ था , 26 जनवरी से पहले देश का कोई राष्ट्रपति नहीं था। राष्ट्रपति बने ही संविधान से है इसलिए वे 26 जनवरी को झंडा फहराते है। राष्ट्पति संवैधानिक पद पर नियुक्त होते है।
इसी कारण गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी के दिन दिल्ली के राजपथ पर परेड निकाली जाती है और भारत के राष्ट्रपति इस परेड Republic Day Parade की सलामी लेते हैं। फिर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा को सलामी दी जाती है, हमारे देश की सेना 21 तोफो की राष्ट्पति को सलामी देते है।
26 जनवरी के दिन किसी दूसरे देश के राष्ट्पति को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाता है। पिछले साल ब्राजील के राष्ट्रपति जैर बोलसोनारो 26 जनवरी 2020 की गणतंत्र दिवस परेड में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुऐ थे वही 2019 में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सायरिल रामाफोसा के मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।
छब्बीस जनुवरी यह एक महान दिवस है हम सब का राष्ट्रीय पर्व है। आज का दिन इस दिन को मानने के लिए ओर हम सब खुशी से यह मनाए इसके लिए हमारे बहुत से वीर जवानों ने कुर्बानिया दी बहुत विरो ने अपने आप को देश के लिए न्योछावर कर दिया है इस मिटी के लिए। तब जाकर हमें यह गणतंत्र दिवस मनाने को नसीब हुआ है।
आप अपने चाहे घरों में हो स्कूलों में हो ऑफिस में हो उन सहीद जवानों को जरूर याद करे, क्योंकि उनकी बदौलत ही हम सब खुसी की जिंदगी जी पा रहे हैं। हो सके तो देश के लिए कुछ करने का संकल्प लें गरीबों की मदत करे। उन लोगों को 26 जनवरी गणतंत्र दिवस का महत्व समझाएं जिनको सही जानकारी नहीं है।

लड़े वो वीर जवानों की तरह
ठंडा खून भी फ़ौलाद हुआ
मरते-मरते भी कई मार गिराए
भी तो देश आजाद हुआ।
- आज शहीदों ने है तुमको, अहले वतन ललकारा,
तोड़ो गुलामी की जंजीरें, बरसाओ अंगारा,
हिन्दू-मुस्लिम-सिख हमारा, भाई-भाई प्यारा,
यह है आजादी का झंडा, इसे सलाम हमारा
सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा,
हम बुलबुले है इसके ये गुलसिता हमारा।
दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की उल्फ़त
मेरी मिट्टी से भी खुशबू-ए-वफ़ा आएगी
–लाल चन्द फलक
- बलिदानों का सपना जब सच हुआ,
देश तभी आजाद हुआ,
आज सलाम करे उन वीरों को,
जिनकी शहादत से ये भारत गणतंत्र हुआ। - यह तिरंगा है हमारा
सारे जहाँ से है न्यारा
आओ सब मिलकर इस तिरंगे को सलाम करे
इस मिटी को प्रणाम करे
ये स्वाभिमान है हमारा - बलिदानों का सपना जब सच हुआ,
देश तभी आजाद हुआ,
आज सलाम करे उन वीरों को,
जिनकी शहादत से ये भारत गणतंत्र हुआ।
- बस ये बात हवाओँ को बताएं ऱखना रोशनी होंगी, चराग़ों को जलाएं रखना लहू देकर भी जिसकी हिफ़ाज़त की शहीदों ने, उस तिरँगे को सदा दिल में बसाए रखना।

हम सबके लिए ये बेस्ट नारा है लाता मंगेशकर ने अपने गीत के माध्यम से सुनाया है इस गाने को 26 जनवरी को ओर 15 अगस्त को सबसे ज्यादा सुना जाता है
- मेरे वतन के लोगों, तुम खूब लगा लो नारा
ये शुभ दिन है हम सब का, लहरा लो तिरंगा प्यारा
पर मत भूलो सीमा पर, वीरों ने हैं प्राण गंवाए
कुछ याद उन्हें भी कर लो
जो लौट के घर ना आए
ऐ मेरे वतन के लोगों, जरा आंख में भर लो पानी,
जो शहीद हुए हैं उनकी, जरा याद करो कुर्बानी - जब देश में थी दिवाली वो खेल रहे थे होली
जब तुम बैठे थे घरों में वो झेल रहे थे गोली - सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा हम बुलबुले हैं इसकी
यह गुलसिता हमारा, भारत माता की जय, वंदे मातरम। - चलो एक ऐसा सुंदर राष्ट्र बनाएं,
बीमारियों, लोभियों, भ्रष्टाचारियों से देश मुक्त बनाएं। आओ मिलकर संविधान के सामने शीश झुकाएं, साथ मिलकर गणतंत्र दिवस का पर्व मनायें।
गणतंत्र दिवस के बारे में, अक्सर पूछे जाने वाले सवाल:
पहली बार गणतंत्र दिवस कब मनाया गया?
26 जनवरी 1950 को गणतंत्र दिवस पहली बार भारत में मनाया गया था। देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने ध्वजारोहण कि 21 तोपों की सलामी के साथ।
गणतंत्र दिवस का महत्व?
26 जनवरी के दिन उन शहीद जवानों को याद करते हैं, और यह बताते हैं कि आजादी कितने संघर्ष के बाद मिली है। ताकि इसकी वैल्यू सबको पता रहे हमेशा। हम अपने महापुर्षों द्वारा लिखित संविधान से आजादी से जीते है।
भारत कैसे एक गणतंत्र देश है।
भारत में आप अपने Vote के मतधिकर से देश के प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री MP, MLA, चुन सकते हैं और पसंद आने पर उसको बदल भी सकते हैं। सभी मामलों में अंतिम अधिकार जनता के पास है।
निष्कर्ष
भारत का संविधान आपको बहुत प्रकार की आजादी देता है। अपनी मर्जी से जीने की, मनमर्जी से पहनने की, बोलने की आजादी। भारत में किसी भी हिस्से में जाकर अपना बिजनेस जमाने की आजादी। किसी भी कास्ट में शादी करने की आजादी। Vote देकर अपने मनपसंद उम्मीदवार को चुनने की आजादी। अपने हक और अधिकार के लिए लड़ने की आजादी। इसलिए संविधान की रक्षा करें संविधान का पालन करें।
यह देश हमारा है तो यह जिम्मेवारी भी हमारी होनी चाहिए।
देश नशा मुक्त और अपराध मुक्त बने इसके लिए सभी को मिलकर प्रयास करना चाहिए।
भारत एक भ्रष्टाचार मुक्त देश बने इसके लिए सभी को प्रयास करना चाहिए। सभी को योगदान देना चाहिए।
आप सभी को 26 जानकारी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। जय जवान-जय किसान। भारत माता की जय। वंदे मातरम। सभी वीर शहीदों को शत-शत नमन। धन्यवाद:
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