VOIP क्या है? VOIP और Normal Comparison| Advantages & Disadvantages

Published: 25/10/2025 | Last updated: 25/October/2025 | 9d7c62d2439cd966acb84f78d49dcc3b Mr Waghela √
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नमस्ते दोस्तों, क्या आपने कभी VOIP call के बारे में सुना है? आज किस पोस्ट में हम जानेंगे कि VOIP क्या है? VOIP का पूरा नाम और मतलब क्या है, कैसे काम करता है और इसका उपयोग कैसे करते हैं इसके बारे में हम स्टेप बाय स्टेप जानकारी देने वाले हैं।

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इस पोस्ट में हमने VOIP – Voice Over Internet Protocol, क्या है, Full form, Advantages, Disadvantages और Comparison करके इसके के बारे में विस्तार से बताया है।

वो-आई-पी क्या है?- What is VOIP in Hindi

VOIP यानी (Voice Over Internet Protocol) एक ऐसी तकनीक है जो हमें Internet के माध्यम से आवाज़ (Voice) भेजने और प्राप्त करने की सुविधा देती है।

VOIP क्या है? VOIP और Normal कॉल में अंतर | Advantages & Disadvantages

Voip को सरल भाषा में बोले तो यह एक ऐसी तकनीक है जिससे आप बिना SIM नेटवर्क के भी किसी को कॉल कर सकते हैं, बस आपके पास Internet connection होना चाहिए।

जैसे कि, आप WhatsApp Call, Skype Call, या Google Meet Call करते हैं, ये सभी VOIP के ही उदाहरण हैं।

VOIP का पूरा नाम और मतलब

  • Voip ka full form – Voice Over Internet Protocol होता है।
  • मतलब कि: आवाज़ को इंटरनेट के ज़रिए भेजने की प्रक्रिया।
  • यानि आपकी आवाज़ को Digital Signal में बदलकर Internet के माध्यम से भेजा जाता है।

VOIP कैसे काम करता है?

वोआईपी के काम करने की मुख्य तीन प्रक्रिया है, पहली आवाज को digital single में बदलना, फिर इंटरनेट से Data Packets को भेजना, तीसरी, सामने वाले डिवाइस तक में Digital Packets को फिर से वॉइस में बदलकर सुनाना।

  • Codec; आवाज़ को Compress और Decompress करता है ताकि आवाज़ साफ़ और तेज़ पहुँचे।
  • SIP (Session Initiation Protocol) कॉल शुरू करने और खत्म करने की प्रक्रिया को संभालता है।
  • Gateway: Internet और पारंपरिक टेलीफोन नेटवर्क के बीच कनेक्शन बनाता है।

1. आवाज़ को digital single में बदलना:

जब आप किसी ऐप द्वारा इंटरनेट से कॉल करते हैं और जब आप बोलते हैं, तो VOIP Software या App आपकी आवाज़ (Analog Sound) को Digital Data Packets में बदल देता है।

इस प्रक्रिया को Analog to Digital Conversion कहा जाता है।

2. Internet के ज़रिए Data Packets भेजना

जब आप Calling के दौरान बोलते हैं तो आपकी आवाज को डिजिटल डाटा फॉर्मेट में Internet Network (Wi-Fi, Broadband या Mobile Data) के ज़रिए उस व्यक्ति तक पहुंचाया जाता है, जिससे आप बात कर रहे होते हैं।

3. दूसरे व्यक्ति के फोन या कंप्यूटर पर Voice प्राप्त होना

जब यह Digital Data Packets दूसरे डिवाइस पर पहुंचता है, तब ये फिर से Voice में बदल जाता है और सामने वाले व्यक्ति को उसी तरह की आवाज सुनाई देती है जिस तरह से आप यहां से बोलते हैं। (Digital to Analog Conversion) में।

और इस तरह से सामने वाला आपकी आवाज़ को सुन पाता है।

शॉर्ट में:

  1. जब आप VOIP कॉल करते हैं (जैसे WhatsApp या Skype पर),
  2. आपकी आवाज़ को सिस्टम डिजिटल सिग्नल में बदल देता है।
  3. यह सिग्नल इंटरनेट के ज़रिए रिसीवर तक पहुँचता है।
  4. वहाँ जाकर फिर से आवाज़ में बदल दिया जाता है।

VOIP के उदाहरण

आप VOIP का रोज़मर्रा में इस्तेमाल करते हैं।

जैसे कि:

  • 📞 WhatsApp Call
  • 💻 Google Meet / Zoom
  • 💬 Skype / Microsoft Teams
  • 📱 Facebook Messenger Call
  • 🉑 Instagram Audio and Video call

ये सभी App VOIP तकनीक का ही उपयोग करते हैं call करने के लिए।

वो-आई-पी के प्रमुख प्रकार (Types of VOIP)

1. Computer-to-Computer VOIP:
जैसे Skype, Zoom, WhatsApp, Google Meet आदि में होता है।

2. Computer-to-Phone VOIP:
आप कंप्यूटर से कॉल करते हैं और सामने वाले को सामान्य मोबाइल या लैंडलाइन पर कॉल जाती है। (जैसे SkypeOut)

3. Phone-to-Phone VOIP:
इसमें दोनों ओर VOIP-सक्षम फोन होते हैं जो इंटरनेट से जुड़े होते हैं। (जैसे IP Phones)

VOIP के उपयोग

VOIP के उपयोग

ऑनलाइन कॉलिंग: WhatsApp, Skype, Zoom इत्यादि पर बात करना

बिज़नेस मीटिंग्स: वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग

कस्टमर सर्विस: बहुत सारी कंपनियाँ VOIP कॉल सेंटर इस्तेमाल करती हैं

रिमोट वर्किंग: घर से काम करने वालों के लिए आसान कॉलिंग सिस्टम

VOIP के Advantages

  • कम खर्च इंटरनेशनल कॉल्स बहुत सस्ती या फ्री होती हैं।
  • कहीं से भी कॉल, बस इंटरनेट चाहिए, लोकेशन मायने नहीं रखती।
  • वीडियो कॉल सुविधा सिर्फ आवाज़ ही नहीं, वीडियो और स्क्रीन शेयरिंग भी।
  • अनेक फीचर्स कॉल रिकॉर्डिंग, कॉल फॉरवर्डिंग, वॉइसमेल आदि।
  • Portability VOIP नंबर को किसी भी देश से उपयोग किया जा सकता है।

VOIP की Disadvantages

  • इंटरनेट पर निर्भरता बिना इंटरनेट कॉल नहीं चलेगी।
  • नेटवर्क कमजोर हो तो आवाज़ टूटेगी खराब इंटरनेट स्पीड से कॉल क्वालिटी घटती है।
  • Power Failure समस्या बिजली न हो तो राउटर बंद हो सकता है, कॉल रुक जाएगी।
  • Security Risk हैकिंग या डेटा चोरी का खतरा रहता है अगर सिस्टम सुरक्षित न हो।

VOIP call vs Normal कॉल Comparison

PointsVOIP callNormal call
NetworkInternetMobile Network
Costइंटरनेट डेटावॉयस कॉल
location dependencyनहींहाँ
Call Qualityइंटरनेट पर निर्भरस्थिर नेटवर्क पर अच्छी
Extra Featuresवीडियो, रिकॉर्डिंग, चैट सीमितसिर्फ वॉयस कॉल, टेस्ट मैसेज
devicesकंप्यूटर, स्मार्टफोनमोबाइल या लैंडलाइन

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तो दोस्तों, आज की इस पोस्ट में (Voice Over Internet Protocol) के बारे में बहुत ही विस्तार से और आसान भाषा में समझाया है ताकि आप इसे पूरी तरह से समझ सकें। उम्मीद करता हूं आपको यह पोस्ट पसंद आएगी। इसके बारे कमेंट करने जरूर बताएं कि इसको शेयर करें। ध्यानचंद!

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