लोहड़ी का त्यौहार क्यों मनाया जाता है? (Lohri क्या है) लोहड़ी का क्या अर्थ है? लोहड़ी किसका त्यौहार है? लोहड़ी वाले दिन क्या करते हैं? लोहड़ी के पीछे क्या कहानी है? लोहड़ी की शुरुआत कैसे हुई? लोहड़ी पर्व का दूसरा नाम क्या है? लोहड़ी पहली बार कब मनाई गई थी? इस पोस्ट में हम इन सब के बारे में आज बात करेंगे और संपूर्ण जानकारी देंगे लोहड़ी (Lohri in Hindi) के बारे में हिन्दी भाषा में।
लोहड़ी भारत के खासकर पंजाब हरियाणा, दिल्ली, जम्मू कश्मीर और हिमाचल में हर साल मनाया जाने वाला एक ऐसा त्यौहार है जो हर साल 13 /14 तारीख को मनाया जाता है। इस त्यौहार के दिन क्या-क्या होता है और यह क्यों मनाया जाता है इन सब की जानकारी हम इस पोस्ट में देने वाले हैं।
lohri in hindi meaning, इसको हम हिंदी में “लोहड़ी” बोलते हैं, इसका हिंदी में मतलब होता है लोहड़ी तो आप इसको लोहड़ी बोल सकते हैं।
Lohri क्या है? what is lohri festival
पंजाब का एक प्रमुख पर्व है।
लोहड़ी एक उत्तर भारत का त्यौहार है जो मकर संक्रांति के 1 दिन पहले मनाया जाता है। इस त्यौहार के मौके पर शाम की संध्या के टाइम पर लोग और उनके अड़ोसी पड़ोसी मिलकर कहीं खुले स्थान पर या फिर खेतों में आग जलते हैं और उसेके इर्द-गिर्द घेरा बनाकर बैठते हैं, गाते हैं, और तालियों के साथ इसका आनंद लेते हैं। इसके साथ ही रेवड़ी, मूंगफली, मक्का, और गुड़ और अन्य सभी चीजों को मिश्रण करके अग्नि को चढ़ाया जाता है।
लोहड़ी का त्यौहार क्यों मनाया जाता है?
लोहड़ी को मुख्य रूप से फसल काटने और बोने के त्यौहार के रूप में मनाया जाता है और इस त्यौहार पर किसन जो खेती करते हैं उनको, खेतों में अच्छी फसल हो बारिश अच्छी हो इन सब के हित के लिए मनाया जाता है।
इस दिन लोहड़ी की काफी मात्रा में उपले, लकड़ी इकट्ठी करके आग जलाई जाती है और उसके चारों ओर घूम कर महिलाएं गाती है नाचती है और इसका आनंद लेती है। इस दिन महिलाएं और पुरुष गिद्दा और भांगड़ा करते हैं।
लोहड़ी का क्या अर्थ है?
लोहड़ी का त्योहार खासकर पंजाब में बहुत ही मशहूर त्यौहार है और इस दिन पंजाब में अवकाश भी रखा जाता है। इसके साथ ही भारत में और राज्य में भी इस त्यौहार को मनाया जाता है और भारत से बाहर भी देखने को मिलता है।
लोहड़ी संबंध लवी से बना है लोही का मतलब बारिश होना अच्छी फसल होना
lohri meaning: (ल) यानी लकड़ी (ओह) यानी सूखे हुए उपले (डी) यानी रेवडी माना जाता है।
लोहड़ी वाले दिन क्या करते हैं?
इस दिन खुला क्षेत्र में आग जलाई जाती है और उस अग्नि में कुछ प्रसाद भी चढ़ाए जाते हैं, और पंजाबी लोग भांगड़ा और गिद्दा करते हैं और इसके साथ जो लेडिस विवाहित है उसके मायके से कुछ मिठाइयां कपड़ा, फल फ्रूट वगैरा भी भेजा जाता है।
लोहड़ी की शुरुआत कैसे हुई?
लोहड़ी का त्यौहार फसलों के पकने और नए साल के आगमन की खुशी में मनाया जाता है। इस दिन लोग एक-दूसरे को गले मिलते हैं और शुभकामनाएं देते हैं। लोहड़ी के दिन विशेष पकवान बनाए जाते हैं, जैसे कि गजक, रेवड़ी, मूंगफली, तिल-गुड़ के लड्डू, मक्का की रोटी और सरसों का साग।
लोहड़ी के दिन लोग शाम को एक-दूसरे के घर जाते हैं और लोहड़ी की अग्नि के चारों ओर नाचते-गाते हैं। इस दिन लड़कियां दुल्हन की तरह सजती हैं और गाना गाती हैं। लोहड़ी का त्यौहार खुशी और उल्लास का प्रतीक है। यह त्यौहार लोगों को एक-दूसरे के करीब लाता है और उन्हें नए साल की खुशी देता है। Tirange Ki Photo
लोहड़ी पर्व का दूसरा नाम क्या है?
लोहड़ी (Lohri) को lal Loi “लाल लोई” के नाम से भी जाना जाता है, यानी की Lohri का दूसरा नाम लाल लोई भी है।
lohri in hindi meaning in english: इसको Hindi में “lohadee” बोलते हैं जबकि इसका इंग्लिश मीनिंग निकले तो English में इसको Lohri बोला जाता है।
lohri tyohar kab manaya jata hai – लोहड़ी का त्यौहार कब मनाया जाता है?
लोहड़ी को 13 तारीख को मनाया जाता है, मकर संक्रांति के ठीक 1 दिन पहले इसको मनाया जाता है। यानी कि आप 14 तारीख को लोहड़ी को मना सकते हैं।
इस बार लोहड़ी रविवार 14 जनवरी 2024 को मनाई जाएगी।
यह खासकर मकर संक्रांति के पहले दिन ही मनाई जाती है, इसलिए अगर मकर संक्रांति 14 तारीख को है तो लोहड़ी 13 तारीख को मनाई जाती है और अगर मकर संक्रांति 15 तारीख को है तो इसको 14 तारीख को भी मनाया जाता है।
लोहड़ी का त्यौहार कैसे मनाया जाता है?
लोहड़ी का त्यौहार खुशी और उल्लास का प्रतीक है। इस दिन लोग एक-दूसरे को गले मिलते हैं और शुभकामनाएं देते हैं। लोहड़ी के दिन विशेष पकवान बनाए जाते हैं, जैसे कि गजक, रेवड़ी, मूंगफली, तिल-गुड़ के लड्डू, मक्का की रोटी और सरसों का साग।
लोहड़ी की 5 बेस्ट शायरी हिंदी में (Lohri New Shayeri 2024)
इन सायरी को आप अपने दोस्तों, परिवार और प्रियजनों को भेजकर उन्हें लोहड़ी की शुभकामनाएं दे सकते हैं। 10+ Best Happy New Year Shayari 2024 Ke Liye
1. लोहड़ी की सायरी
लोहड़ी आई है खुशियों की बहार लेकर,
मन में उमंग है, चेहरे पर मुस्कान लेकर,
लोहड़ी आई है, सर्दी को भगाएगी,
और खिलेगी ज़िंदगी, धूप की किरण लेकर।
2. लोहड़ी की सायरी
लोहड़ी के दिन, सबके चेहरे खिले हुए,
लोहड़ी के दिन, सबके घर में खुशियां छाई हुई,
लोहड़ी के दिन, सब मिलकर झूमते हैं,
लोहड़ी के दिन, सब मिलकर गीत गाते हैं।
3. लोहड़ी की सायरी
लोहड़ी का पर्व है, प्रेम का पर्व है,
लोहड़ी का पर्व है, खुशियों का पर्व है,
लोहड़ी का पर्व है, मिलन का पर्व है,
लोहड़ी का पर्व है, रिश्ते निभाने का पर्व है।
4. लोहड़ी की सायरी
लोहड़ी आई है, धूप की किरण लेकर,
लोहड़ी आई है, सर्दी को भगाएगी,
लोहड़ी आई है, खुशियों की बहार लेकर,
लोहड़ी आई है, ज़िंदगी में प्यार लेकर।
5. लोहड़ी की सायरी
लोहड़ी का पर्व है, प्रेम का पर्व है,
लोहड़ी का पर्व है, खुशियों का पर्व है,
लोहड़ी का पर्व है, मिलन का पर्व है,
लोहड़ी का पर्व है, रिश्ते निभाने का पर्व है।
ये सायरी लोहड़ी के त्योहार की खुशियों को बयां करती हैं। इन सायरी में लोहड़ी के त्योहार के महत्व और उसके प्रतीकात्मक अर्थों को भी बताया गया है। 2024 की शायरी
आप सभी को लोहड़ी की हार्दिक शुभकामनाएं ❣️
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