आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है, इसकी विशेषताएं समझाइए लगातार कुछ वर्षों से भारत में भी Ai की चर्चा होती जा रही है और यह पॉपुलर विषय बनता जा रहा है आज इस आर्टिकल में हम बात करने वाले हैं कि ai kya hai? आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस होता क्या है, feature of ai, pictory ai, voice ai. अगर आप भी कृत्रिम बुद्धिमत्ता के बारे में जानना चाहते हैं तो आपको इस आर्टिकल को पूरा पढ़ना होगा।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सभी परीक्षाओं की दृष्टि से महत्वपूर्ण टॉपिक है लगातार गवर्नमेंट एग्जाम में कृत्रिम बुद्धिमत्ता से महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे जा रहे हैं।
कृत्रिम बुद्धिमता एक ऐसी मशीन होती है जिसका कार्य बुद्धिमान मशीन का निर्माण करना होता है। समय के साथ टेक्नोलॉजी में भी काफी परिवर्तन हो रहा है और टेक्नोलॉजी का परिणाम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है, इसकी विशेषताएं समझाइए. लगातार कुछ वर्षों से भारत में भी Ai की चर्चा होती जा रही है और यह पॉपुलर विषय बनता जा रहा है आज इस आर्टिकल में हम बात करने वाले हैं कि ai kya hai? आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस होता क्या है, feature of ai, pictory ai, voice ai. अगर आप भी कृत्रिम बुद्धिमत्ता के बारे में जानना चाहते हैं तो आपको इस आर्टिकल को पूरा पढ़ना होगा।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सभी परीक्षाओं की दृष्टि से महत्वपूर्ण टॉपिक है लगातार गवर्नमेंट एग्जाम में कृत्रिम बुद्धिमत्ता से महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे जा रहे हैं।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता एक ऐसी मशीन होती है जिसका कार्य बुद्धिमान मशीन का निर्माण करना होता है। समय के साथ टेक्नोलॉजी में भी काफी परिवर्तन हो रहा है और टेक्नोलॉजी का परिणाम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है और इसकी विशेषताएं समझाइए
कुछ समय पहले भारत और गूगल के बीच एक सहमति हुई थी जिसमें नीति आयोग ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता यानी कि मशीन लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए नीति आयोग और गूगल एक साथ काम कर सकते हैं। गूगल की सहमति से भारत में अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का एक पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित किया जाएगा। लेकिन बहुत सारे लोगों को अभी इसका मतलब नहीं पता है।
एआई क्या है? – What is Artificial Intelligence in Hindi
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से एक मशीन में सोचने और समझने की क्षमता को विकसित किया जाता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंप्यूटर का ही एक रूप है। कंप्यूटर के द्वारा मशीन में सोचने और निर्णय लेने की क्षमता को विकसित किया जाता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से एक मशीन मानव की तरह सोच सकती है।
Artificial Intelligence की शुरुआत 1950 के दशक में हुई थी और इसका मतलब होता है कि कृत्रिम तरीके से विकसित की गई बुद्धिमत्ता। बुद्धिमान मशीनों और बुद्धिमान कंप्यूटर को साइंस बनाने का अभी यंत्र है इसके द्वारा मशीनी मानव की तरह ज्ञान को प्रदर्शित करती है जिसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहते हैं इसमें मानव का नहीं बल्कि रोबोट के द्वारा कार्य किया जाता है।
साधारण शब्दों में बात करें तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस उसे कहते हैं जिसमें मानव बुद्धि का इस्तेमाल मशीन के रूप में किया जाता है मानव बुद्धि को पूरी तरीके से कंप्यूटर मशीन के माध्यम से इस्तेमाल किया जाता है कंप्यूटर मशीन में मानव की तरह निर्णय लेने की क्षमता का विकास किया जाता है।
Artificial Intelligence कैसे काम करता है
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अंतर्गत कंप्यूटर में मानव के गुण और सोचने की तथा निर्णय लेने की क्षमता की प्रक्रिया है। किसी भी कंप्यूटर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करने के लिए कंप्यूटर प्रोग्राम और कंप्यूटर कौशल का इस्तेमाल किया जाता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस किस प्रकार से काम करता है इसको जानने के लिए हमें सब डोमेन और कंप्यूटर प्रोग्राम की जरूरत पड़ती है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंप्यूटर टेक्नोलॉजी में काम करती है और इस कंप्यूटर टेक्नोलॉजी का निर्माण मनुष्य के द्वारा लैंग्वेज की सहायता से किया जाता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस 3 प्रक्रिया के रूप में कार्य करता है:
लर्निंग के माध्यम से artificial intelligence process में उपकरणों की जानकारी भरकर और कुछ नियमों के बारे में बताया जाता है इसके बाद दिए गए नियम के अनुसार कार्य किए जाते हैं।
Reasoning के अंतर्गत सिस्टम को बताया जाता है कि उन्हें नियम के अनुसार ही परिणाम दिखाने होते हैं। यहां पर उपकरण में जानकारी प्रदान की जाती है।
Self-Correction के तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में उपकरण को अच्छे ढंग से डिजाइन किया जाता है ताकि वह सही नतीजे दिखा सके।
इन तीनों को मिलाकर artificial intelligence कार्य करता है। उदाहरण के लिए आपने गूगल मैप को देखा होगा यह भी एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है इसमें एक रोबोट की द्वारा सारे एड्रेस दिखाई जाते हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदे और नुकसान
Ai से नुकसान
Artificial Intelligence के जीस प्रकार से हमें फायदे देखने के लिए मिल रहे हैं उसी प्रकार से इसके कुछ नुकसान भी हैं
जैसे:
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक महंगी तकनीक मानी जाती है जिसका इस्तेमाल हर कोई व्यक्ति नहीं कर सकता है।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता खुद कार्य नहीं करता बल्कि इसमें मानव के द्वारा डाटा अपलोड किया जाता है उसके बाद ही यह कार्य करता है इसलिए इसे रचनात्मक हीन माना जाता है।
artificial intelligence टेक्निक का इस्तेमाल करने से लगातार कई सारे क्षेत्रों में बेरोजगारी बढ़ रही है जो कि मनुष्य का स्थान अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ले रहा है।
Ai – पूरी तरीके से भाव ही होता है इसमें किसी भी प्रकार की भावनाएं उपलब्ध नहीं रहती हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करने से लगातार से मानव अलसी बन रहा है।
types of Ai: कृत्रिम बुद्धिमत्ता के प्रकार
सर्टिफिकेशन इंटेलिजेंट तीन प्रकार की होती हैं AI के प्रकार इस प्रकार है जैसे:
- पूर्णतः प्रतिक्रियात्मक
- सीमित स्मृति
- मस्तिष्क सिद्धांत
- आत्म-चेतन
Ai का उपयोग कौन कर सकता है?
भारत में इसका का इस्तेमाल वायु संचालन प्रभाग के द्वारा किया जाता है इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हर कोई नहीं कर सकता इसके लिए बहुत सारे नियम बनाए गए हैं।
वायु संचालन प्रभाग के पास आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऑपरेटर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सारी टेक्निक है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल प्राइवेट कंपनी की कर सकती है इस टेक्नोलॉजी को इस्तेमाल करने के लिए कंप्यूटर टेक्नोलॉजी होनी चाहिए।
सरकारी और प्राइवेट संस्थान दोनों में ही आर्टिफिशियल टेक्नोलॉजी का उपयोग हो रहा है गवर्नमेंट और प्राइवेट संस्थान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कर सकते हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम क्या है?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कृत्रिम बुद्धिमत्ता है जो मानव मस्तिष्क की तरह मशीनों का निर्माण कर रही है इस के द्वारा ही कंप्यूटर रोबोट का निर्माण किया जाता है, जिसके द्वारा रोबोट मानव निर्णय ले सकता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंप्यूटर विज्ञान की एक शाखा है और इस शाखा के द्वारा ही मशीनों को तैयार किया जाता है जिससे कंप्यूटर मशीन मनुष्य के जैसे निर्णय ले सकती है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उदाहरण गूगल मैप ऑनलाइन वेबसाइट जीपीएस, बारिश के बारे में बताने वाले एप्लीकेशन आदि।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का आविष्कार किसने किया
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का आविष्कार मैकार्थी ने किया है यह एक अमेरिकन कंप्यूटर विज्ञान के वैज्ञानिक है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का आविष्कार 1950 में किया गया है।
मैकार्थी ने ही कंप्यूटर प्रोग्राम को इस तरीके से बनाया जो मानव की तरह कार्य कर सके और सभी निर्णय को ले सके। “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को हिंदी भाषा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता कहां जाता है” मतलब यह एक प्रकार से मानव के द्वारा विकसित की गई एक टेक्नोलॉजी है।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता निबंध
कृत्रिम बुद्धिमत्ता हमारे दैनिक जीवन का महत्वपूर्ण रिश्ता बन चुकी है और हम अपने दैनिक जीवन में रोजाना कृत्रिम बुद्धिमत्ता का इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन हमें इसके बारे में बहुत ही कम जानकारी है। नीति आयोग और गूगल के माध्यम से भारत में कृत्रिम बुद्धिमत्ता और डिजिटल लर्निंग का विकास हो रहा है।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता शब्द के अर्थ सहित स्पष्ट हो रहा है यह एक प्रकार की प्राकृतिक बुद्धि है जिसका निर्माण मानव के द्वारा ही कराया गया है।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता के द्वारा कृत्रिम बुद्धि का विकास किया गया है जो मानव की तरह निर्णय ले सकता है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता के तहत मशीनों को इस प्रकार से बनाया जाता है जो मानव की तरह परिणाम देती है और कृत्रिम बुद्धिमत्ता का निर्माण नियम के अनुसार किया जाता है।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे अंग्रेजी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहा जाता है और इसका विकास 1950 में हुआ। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का आविष्कार कंप्यूटर वैज्ञानिक जॉन मैकार्थी द्वारा किया गया था।
आज हम अपने मोबाइल फोन पर जितने भी एप्लीकेशन का इस्तेमाल करते हैं वह सभी कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उदाहरण है। गूगल मैप्स का सभी इस्तेमाल करते होंगे और इसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता तक टेक्नोलॉजी से ही बनाया है।
जिस प्रकार से मनुष्य सोच और समझ तथा निर्णय ले सकता है उसी प्रकार से अब मशीनें भी मानव जीवन के लिए ले सकती है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता के माध्यम से व्यक्ति अपने दैनिक जीवन के सभी कार्यों को कर सकता है।
उदाहरण के लिए 20 साल पहले सरकारी विभाग को पत्र भेजने के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना पड़ता था लेकिन आज कृत्रिम बुद्धिमत्ता का इस्तेमाल करके मोबाइल फोन से ही पत्र को 1 मिनट में एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजा जा सकता है।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता एक प्रकार से विज्ञान के विकास की देन है आज के समय में विज्ञान सबसे आगे है और विज्ञान का ही परिणाम कृत्रिम बुद्धिमत्ता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का महत्व
इसका महत्व आज के जमाने में सबसे ज्यादा है। जब किसी व्यक्ति को इस सत्र भेजता है तो वह ईमेल के माध्यम से जल्दी भेज देता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल हर क्षेत्र में किया जा रहा है और इसका महत्व बहुत ही ज्यादा है। अगर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस नहीं होता तो आज मनुष्य इतना आगे नहीं होता। मानव जीवन के सभी कठिन कार्य भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के द्वारा किए जाते हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बहुत सारे कोर्स है जिसे कोई भी स्टूडेंट कर सकता है जिसका इंटरेस्ट Ai Technology में है। नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर बहुत सारे ऐसे कॉलेज है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का कोर्स करा रहे हैं।
जैसे:
- बीएससी कंप्यूटर साइंस एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस।
- बीएससी कंप्यूटर साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और,डेटा साइंस।
- बीएससी मैकेनिकल इंजीनियरिंग-रोबोटिक्स
- बैचलर ऑफ सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस।
- मैकेनिकल इंजीनियरिंग प्रौद्योगिकी में उन्नत डिप्लोमा- रोबोटिक्स और स्वचालन।
- एप्लाइड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में एमएससी।
- मानव-केंद्रित बिग डेटा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में एमएससी।
artificial intelligence क्यों महत्वपूर्ण है?
यह इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि मानव सभी कार्यों को जल्दी नहीं कर सकता अगर मानव को कोई पत्र भेजना है तो उस पत्र को भेजने में कम से कम 1 दिन लग सकता है लेकिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से एक पत्र को केवल 1 मिनट के अंदर ईमेल किया जा सकता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इसलिए भी जरूरी है क्योंकि मानव के द्वारा सभी निर्णय को लेना कोई आम बात नहीं है आर्टिफिशियल इंट इंटेलिजेंट के माध्यम से मानव किसी भी कार्य को 5 मिनट में कर सकता है।
अगर मानव को किसी विषय में जानकारी चाहिए तो गूगल के माध्यम से 2 मिनट के अंदर जानकारी प्राप्त की जा सकती है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने मानव जीवन को बहुत ही ज्यादा सरल बना दिया है।
जो व्यक्ति एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाता है तो उसे स्थान को ढूंढने में बहुत ही ज्यादा समस्या होती है लेकिन अब गूगल मैप के माध्यम से किसी भी स्थान को खोजना बहुत ही आसान है और यह भी एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उदाहरण है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने व्यक्ति की जीवन को बहुत ही सरल बना दिया है लगातार इस टेक्नोलॉजी में और फीचर को जोड़ा जा रहा है इस रोबोट के माध्यम से मानव की तरह सही निर्णय लिया जा रहा है जिस तरीके से इंसान सोचता है और समझता है उसी प्रकार अब मशीनें भी समझ और सोच सकती हैं।
कृत्रिम बुद्धि बनाम मानव
कृत्रिम बुद्धि और मानव बुद्धि में जमीन आसमान का अंतर है। मानव बुद्धि की संरचना प्राकृतिक उदाहरण हैं जबकि कृत्रिम बुद्धि अप्राकृतिक उदाहरण है कृत्रिम बुद्धि का निर्माण मानव के द्वारा ही किया गया है जब तक मानव कृत्रिम बुद्धि का निर्माण करेगा तब तक कृत्रिम बुद्धि चलती रहेगी और कृत्रिम बुद्धि को डाटा नहीं मिलेगा तो यहां समाप्त हो सकती है। कृत्रिम बुद्धि पूर्णता मानव द्वारा संचालित होती है जबकि मानव बुद्धि मानव खुद संचालित करता है।
कृत्रिम बुद्धि और मानव बुद्धि में से बड़ा अंतर यही है कि कृत्रिम बुद्धि का विकास मनुष्य के द्वारा ही किया गया है और इसे मनुष्य कभी भी समाप्त कर सकता है।
कृत्रिम बुद्धि में एक रूप से मानव बुद्धि का ही विकास होता है क्योंकि इसमें सारी जानकारी मानव के द्वारा ही विकसित की जाती है।
FAQ: About Ai
Q.1 क्या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस उपयोगी है
Ans. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आज के समय में बहुत ही ज्यादा उपयोगी है क्योंकि मानव के पास इतना सारा डाटा है और इस डेटा का इस्तेमाल अकेला मानव नहीं कर सकता इसलिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के द्वारा लोगों को सही जानकारी और परिणाम दिए जाते हैं।
Q.2 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को क्यू यूज करना चाहिए
Ans. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल इसलिए करना चाहिए क्योंकि बहुत ही कम समय में मानव सही निर्णय ले सकता है और इसके माध्यम से मानव सही जानकारी एकत्रित कर सकता है। और मानव जीवन को सरल बनाती है।
Q.3 Ai का आविष्कार कब हुआ था
Ans. 1950 में माना जाता है। इसका का विकास अमेरिका के कंप्यूटर वैज्ञानिक जॉन मैकार्थी के द्वारा दिया गया है।
निष्कर्ष
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल हम अपने दैनिक जीवन में रोजाना कर रहे हैं। भारत में सभी लोग इंटेलिजेंट का इस्तेमाल करते हैं और लगातार गवर्नमेंट भी इस टेक्नोलॉजी को आगे बढ़ा रही है भारत में भी प्राइवेट और गवर्नमेंट संस्थान में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल हो रहा है।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता टेक्नोलॉजी का सबसे अच्छा उदाहरण है आज आर्थिक राजनीतिक सामाजिक सभी क्षेत्रों में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो रहा है।
मानव जीवन को कृत्रिम बुद्धिमत्ता ने बहुत ही सरल बना दिया है अब मानव के स्थान पर मशीनें निर्णय ले रही है।
ai techniques in hindi: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने मानव जीवन को बहुत ही ज्यादा सरल बना दिया है और इस टेक्नोलॉजी के हमें बहुत सारे फायदे देखने के लिए मिल रहे हैं लेकिन इससे कुछ नुकसान भी देखने के लिए मिले हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग सबसे पहले अमेरिका में किया गया लेकिन धीरे-धीरे इसका इस्तेमाल दुनिया के सभी देश कर रहे हैं।
एआई के माध्यम से ही आज मानव जीवन पूरी तरीके से परिवर्तन हो चुका है लगातार इस टेक्नोलॉजी में भी काफी सारी परिवर्तन देखने के लिए मिल रहे हैं समय के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में भी नई टेक्नॉलजी का इस्तेमाल किया जा रहा है।
अब मानव बुद्धि की जगह कंप्यूटर मशीनों ने ले ली है। कंप्यूटर मशीन के इस्तेमाल से ही व्यक्ति सारी जानकारी प्राप्त कर रहा है।
यह जानकारी आपको कैसी लगी इसके बारे में कमेंट करके हमें जरूर बताएं, अगर पोस्ट अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें। अगर आपका कुछ सवाल है तो हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं धन्यवाद।
इस जानकारी को शेयर करें ताकि किसी जरूरतमंद की मदद हो जाएगी